घोटाले में डूब गई कांग्रेस

Amar Ujala

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बीसवीं सदी के मलयाली जनकवि कुमारन आशान की कविता की एक पंक्ति है, 'अपने नियमों को बदलो, नहीं तो तुम्हारे नियम तुम्हें बदल देंगे।'

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