अच्छे शीर्षक: छोटे, साफ और असरदार
एक बढ़िया शीर्षक ही सबसे पहला इम्प्रेशन होता है। सही शब्द रखने से पढ़ने वाला रुकेगा और क्लिक करेगा। यहां मैं ऐसी टिप्स दे रहा हूँ जिन्हें आप आज ही लिखने में इस्तेमाल कर सकते हैं — आसान, तेज और परिणाम देने वाली।
तेज़ नियम — तुरंत लागू करने लायक
1) शुरुआत में की-वर्ड रखें: अगर आप SEO चाहते हैं तो मुख्य शब्द शीर्षक के पहले हिस्से में रखें। उदाहरण: "Mahindra XUV700 सस्ती हुई: GST घटते ही 1.43 लाख तक" — यहाँ ब्रांड और प्रमुख खबर तुरंत दिखती है।
2) लंबाई 50–70 अक्षर रखें: ज्यादा लंबा शीर्षक कट सकता है। मोबाइल पर 50–60 अक्षर सबसे अच्छा काम करते हैं।
3) संख्या और समय का उपयोग करें: नंबर, प्रतिशत या तारीखें जल्दी ध्यान खींचती हैं — जैसे "1.43 लाख" या "6 सितंबर 2025 से"।
4) स्पष्टता पहले रखें, चमकदार शब्द बाद में: लोग जानना चाहते हैं कि पोस्ट में क्या मिलेगा। "कैसे", "क्यों", "सबसे सस्ता" जैसे शब्द उपयोगी हैं।
5) भावनात्मक या उपयोगी वादा दें: कोई लाभ या परेशानी का समाधान दिखाएँ — पर झूठ न बोलें। उदाहरण: "अभी कीमत घट गई — कौन से वैरिएंट सस्ते हुए"।
6) क्लिकबेट से बचें: "आपको यकीन नहीं होगा" जैसे टाइटल शॉर्ट-टर्म क्लिक दें पर भरोसा तोड़ते हैं। बेहतर है भरोसेमंद और सटीक रहें।
उदाहरण और टेम्पलेट
नीचे कुछ सरल टेम्पलेट हैं जिन्हें आप पोस्ट के विषय के अनुसार बदलकर इस्तेमाल कर सकते हैं:
• खबर/घटना: "[ब्रांड/व्यक्ति] ने [क्या किया] — [मुख्य नतीजा]" (उदाहरण: Mahindra XUV700 सस्ती हुई: GST घटते ही 1.43 लाख कटौती)
• गाइड/टिप्स: "कैसे [फायदा] बिना [दिक्कत]" (उदाहरण: कैसे कम समय में बेहतर टाइटल लिखें)
• तुलना/रैंकिंग: "कौन सा बेहतर: [विकल्प A] या [विकल्प B] — 5 कारण"
• लाइव/अपडेट: "[व्यक्ति] भाषण लाइव अपडेट — क्या कहा" (उदाहरण: पीएम नरेंद्र मोदी भाषण लाइव अपडेट)
टाइटल लिखते समय एक छोटा टेस्ट करें: क्या यह पढ़कर आप पोस्ट पढ़ने पर मजबूर होंगे? क्या यह सर्च पर दिखेगा? अगर हाँ, तो ठीक है।
अंत में, हमेशा दो-तीन वैरिएंट लिखकर A/B टेस्ट करें — सोशल या मेटा टैग में अलग टाइटल डाल कर देखें कौन बेहतर क्लिक देता है। छोटे बदलाव जैसे शब्दों का क्रम, संख्या जोड़ना या भाव बदलना, फर्क दिखा देता है।
अब अपनी अगली पोस्ट का टाइटल बदलकर आजमाइए और परिणाम ध्यान से देखें। छोटे बदलाव से ट्रैफिक और पढ़ने वालों का भरोसा दोनों बढ़ते हैं।
कॉम्यूनिटी मैनेजर को एक महत्वपूर्ण पद माना जाता है। यह व्यक्ति कॉम्यूनिटी के सभी कार्यों को नियंत्रित करता है। कॉम्यूनिटी मैनेजर के कुछ अच्छे वैकल्पिक शीर्षक हैं: उप सचिव, कार्य प्रबंधक, स्तर प्रबंधक, आपूर्ति प्रबंधक, प्रोजेक्ट प्रबंधक, तकनीकी प्रबंधक और उप प्रबंधक। ये शीर्षक कॉम्यूनिटी मैनेजर को किसी भी कॉम्यूनिटी में काम करने के लिए आवश्यक हैं।