समाचार और मीडिया: मीडिया 'लोक' शब्द का मतलब और असर
जब कोई समाचार पढ़ते या सुनते हैं और रिपोर्टर शब्द 'लोक' बोलता है, तो क्या वो सिर्फ 'लोग' का ही पर्याय है? नहीं। मीडिया में 'लोक' का इस्तेमाल जानबूझकर होता है। ये शब्द अकेले किसी की पहचान पर निशाना नहीं देता, बल्कि पूरे समाज, समुदाय या किसी इलाके के लोगों के सामूहिक अनुभव को दिखाता है।
अगर आप रिपोर्ट सुनकर तुरंत कुछ निष्कर्ष निकालते हैं तो थोड़ी देर रुकें। 'लोक' का इस्तेमाल कई कारणों से किया जाता है—समावेश दिखाने के लिए, भावनात्मक दूरी बनाये रखने के लिए, या सवालों को सामाजिक संदर्भ में रखने के लिए। यह एक छोटा सा शब्द है, पर असर बड़ा होता है।
कहाँ और क्यों 'लोक' शब्द आता है
प्रदर्शन, आपदा या किसी विवाद के कवरेज में 'लोक' जल्दी आ जाता है। उदाहरण के लिए, बाढ़ की रिपोर्ट में 'लोक प्रभावित हुए' कहने से सिर्फ कुछ व्यक्तियों की बजाय पूरे समुदाय की स्थिति सामने आती है। इसी तरह, किसी नीति पर विरोध हो तो 'लोक' शब्द से यह पता चलता है कि समस्या व्यक्तिगत नहीं बल्कि व्यापक है।
कहीं-कहीं 'लोक' का इस्तेमाल जिम्मेदारी छिपाने के लिए भी होता है। जब मीडिया कहता है कि 'लोक नाराज़ हैं', तो कभी-कभी यह विशेष समूह, नेता या स्त्रोत पर सवाल उठाने से बचाता है। इसलिए हर बार 'लोक' सुनकर मान लेना सही नहीं—सवाल पूछना जरूरी है: किस लोक की बात हो रही है? कितने लोगों की रिपोर्ट है?
पढ़ने-समझने के तीन आसान टिप्स
पहला, संख्या देखिए: 'लोक' कहा जा रहा है, पर कितने? रिपोर्ट में आंकड़े कब और कैसे दिए गए हैं, यह देखें। दूसरा, संदर्भ जाँचें: क्या स्रोत सरकारी हैं, स्थानीय हैं, या किसी पार्टी/समूह का बयान है? तीसरा, भाषा पर ध्यान दें: क्या मीडिया शब्दों से भावनाएं बढ़ा रहा है या सिर्फ तथ्य बता रहा है?
एक और बात: कभी-कभी पत्रकार 'लोक' शब्द से संवेदनशीलता दिखाना चाहते हैं—जाति, धर्म या वर्ग का उल्लेख कर देना कुछ मामलों में नुकसानदेह हो सकता है। ऐसे में 'लोक' समावेशी विकल्प बन जाता है। पर पाठक को समझना चाहिए कि समावेशी शब्द हर बार पूरी सच्चाई नहीं बताते।
तो पाठक के तौर पर क्या करें? खबरों को केवल हेडलाइन पर मत छोड़ें। लेख पूरी तरह पढ़ें, स्रोत देखें, और अगर जरूरी हो तो दूसरे रिपोर्टों से तुलना करें। 'लोक' शब्द आपको कहानी का सामान्य भाव देगा, पर असली जानकारी आंकड़ों और साफ सवालों से मिलती है।
हमारे पन्ने पर ऐसे कई आर्टिकल हैं जो मीडिया भाषा और रिपोर्टिंग के तरीकों को सरल भाषा में बताते हैं। अगली बार जब आप 'लोक' शब्द सुनें, तो थोड़ा रुककर सोचिए—यह किसको दर्शा रहा है और क्यों। यही समझ आपको खबरों को बेहतर तरीके से पढ़ने में मदद करेगी।
मेरे ब्लॉग में, मैंने चर्चा की है कि मीडिया क्यों 'लोग' के बजाय 'शब्द लोक' शब्द का उपयोग करता है। 'शब्द लोक' एक अधिक सामाजिक और व्यापक अर्थ प्रदान करता है, जो सभी वर्गों, जातियों और धर्मों को शामिल करता है। इसका उपयोग करके, मीडिया सभी लोगों को समावेशी ढंग से सम्बोधित करने का प्रयास करता है। मैंने यह भी उल्लेख किया है कि यह उपयोग करके, मीडिया एक सामूहिक अनुभव और भावना को व्यक्त करता है। मेरे अनुसार, 'शब्द लोक' एक अधिक सामाजिक और सहायक शब्द है, जो मीडिया द्वारा अक्सर उपयोग किया जाता है।