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मुंबई :- Anil Kapoor ने ‘तेज़ाब’, ‘राम-लखन’, ‘नायक’, ‘जुदाई’, ‘बेटा’, ‘मिस्टर इंडिया’, रेस’ और ‘दिल धड़कने दो’ जैसी कई शानदार फिल्मों में काम किया है.
बॉलीवुड एक्टर अनिल कपूर (Anil Kapoor) के पिता भी जी एक फिल्म निर्देशक थे इसके बाद भी अनिल कपूर के लिए हीरो बनने तक का सफर आसान नहीं था. जब अनिल कपूर इंटर में पढ़ते थे तब अचानक से उनके पिता जी को हार्ट अटैक आया जिसके बाद अनिल कपूर अपनी ने पढ़ाई छोड़कर बड़े भाई बोनी कपूर को असिस्ट करना चालू कर दिया. अनिल कपूर ने पूना फिल्म इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेना चाहा लेकिन ऑडिशन के दौरान उनको रिजेक्ट कर दिया गया . इसके बाद अनिल कपूर ने ‘हम पांच’, ‘हमारे तुम्हारे’ और ‘शक्ति’ जैसी फिल्मों में छोटे-मोटे रोल अदा किए जिसके बाद साउथ फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर फिल्म निर्माता बापू ने अनिल कपूर को एक फिल्म में ऑफर किया , लेकिन डांस ऑडिशन में अनिल कपूर के पैर में चोट लग गई जिसके कारण वो फिल्म से बाहर हो गए.
बॉलीवुड के दुनिया मे बतौर हीरो Anil Kapoor की पहली फिल्म थी ‘वो सात दिन’ (Woh 7 Din), लेकिन इस फिल्म का हीरो बनने में भी काफी दिक्कतें आईं और इस मुश्किल समय में उनका साथ दिया संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) और शबाना आज़मी (Shabana Aazmi) ने. दरअसल, अनिल कपूर को बतौर हीरो बॉलीवुड दुनिया मे लॉन्च करने के लिए एक तमिल फिल्म का हिंदी रीमेक उनके बड़े भाई बोनी कपूर बनाने की तैयारी में थे. उस वक्त अनिल कपूर और उनके परिवार की आर्थिक स्तिथि ठीक नहीं थी. बोनी कपूर को तमिल फिल्म के राइट्स लेने के लिए 75 हज़ार रुपयों की जरूरत थी. Top Best Suvichar in Hindi
उस समय बोनी कपूर या अनिल कपूर के पास इतने पैसे नहीं थे, ऐसे में शबाना आज़मी (Shabana Aazmi) और संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) ने मिलकर बोनी कपूर को 50 हज़ार रुपये दे दिए और बाकी रुपयों का इंतज़ाम दोनों भाईयों ने कहीं और से किया. शबाना आज़मी और संजीव कुमार के दिए हुए पैसों से अनिल कपूर को बॉलीवुड की दुनिया में बतौर हीरो लॉन्च किया गया, फिल्म का नाम था ‘वो सात दिन'(Woh 7 Din) . इस फिल्म के बाद Anil Kapoor ने अपने करियर में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
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