कैनबेरा में 29 अक्टूबर, 2025 को शुरू होने वाली भारत और ऑस्ट्रेलिया की पांच मैचों की T20I सीरीज को लेकर पूर्व भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज पार्थीव पटेल ने एक बड़ा अनुमान लगाया है — भारत 4-1 से जीतेगा। यह भविष्यवाणी उन्होंने 28 अक्टूबर को जियोस्टार के साथ एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान की, जहां उन्होंने टीम की सफलता के लिए कप्तान सूर्यकुमार यादव को फॉर्म में आने की अपील की। "अपने व्यक्तिगत आंकड़ों से ज्यादा, मुझे लगता है कि सूर्या को टीम के लिए रन बनाने होंगे। वो क्या कर सकता है, ये हम जानते हैं — अगर वो रन बनाए, तो विरोधी टीम को पूरी तरह तोड़ सकता है।" ये बातें उन्होंने ऐसे कहीं, जैसे एक अनुभवी बल्लेबाज अपने बचपन के दोस्त को समझा रहा हो।

कैनबेरा की चुनौती: टॉप ऑर्डर की जिम्मेदारी

ऑस्ट्रेलिया के मैदान पर भारत की ताकत अक्सर टॉप ऑर्डर पर निर्भर करती है। पार्थीव ने स्पष्ट किया: "ऑस्ट्रेलियाई मौसम और पिचें ऐसी होती हैं कि शुरुआती बल्लेबाजों को बड़े स्कोर बनाने होंगे।" उन्होंने एशिया कप 2025 के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि अभिषेक शर्मा ने सात मैचों में 314 रन बनाए और तिलक वर्मा छह पारियों में 213 रन के साथ 71 की औसत से चमके। इसीलिए उन्होंने अपने प्रस्तावित XI में इन दोनों को ओपनर के रूप में शामिल किया — शुरुआती ओवरों में दबाव बनाने के लिए।

कुलदीप यादव को क्यों नहीं चुना?

पार्थीव के चयन में सबसे चौंकाने वाली बात ये थी कि कुलदीप यादव और हर्षित राणा दोनों को बाहर रखा गया। "हमारी टीम एक पूर्ण यूनिट है," उन्होंने कहा। "हर कोई ऑर्डर में ऊपर-नीचे आ सकता है और प्रदर्शन कर सकता है।" उन्होंने संजू सैमसन, शिवम दूबे और अक्षर पटेल को इस बात के लिए खास तौर पर सराहा कि वे बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में लचीले हैं। ये चयन टीम के बैलेंस को बरकरार रखने की रणनीति है — एक बार जब टॉप ऑर्डर रन बना दे, तो बाकी के बल्लेबाज गेंदबाजों को भी दबाव दे सकते हैं।

सूर्यकुमार यादव: IPL का जादू, टीम का डर

सूर्यकुमार यादव की आईपीएल 2025 में धमाकेदार शुरुआत — 15 मैचों में 717 रन, 65.18 का औसत और 167.91 का स्ट्राइक रेट — उनकी ताकत को दर्शाता है। लेकिन भारत के लिए उनका प्रदर्शन इस साल अजीब तरह से अस्थिर रहा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज (3-1 से हार) और वनडे सीरीज (2-1 से हार) में उनका बल्ला चुप रहा। अब टी20 में भी वही दबाव है। "मैं जानता हूं कि टेस्ट, वनडे और टी20 अलग-अलग खेल हैं," सूर्यकुमार ने कहा। "हमने पिछले 15 मैचों में सिर्फ दो हार दी है। ये टीम की ताकत है।" लेकिन क्या ये ताकत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी काम करेगी? यही सवाल है।

टी20 विश्व कप 2026 के लिए बड़ा परीक्षण

टी20 विश्व कप 2026 के लिए बड़ा परीक्षण

पार्थीव ने सीधे कहा: "ये भारत के लिए संभवतः सबसे बड़ा परीक्षण है।" ऑस्ट्रेलिया में टी20 में भारत की जीत की रिकॉर्ड बहुत कमजोर है — पिछले आठ साल में सिर्फ एक बार जीती है। अगर भारत यहां 4-1 से जीत दर्ज कर देता है, तो ये न सिर्फ आत्मविश्वास का बड़ा बूस्ट होगा, बल्कि विश्व कप के लिए एक संकेत भी होगा कि टीम अंतरराष्ट्रीय दबाव में भी चल सकती है। इस सीरीज का असर सिर्फ तीन महीने बाद शुरू होने वाले टी20 विश्व कप तक ही नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट की भविष्य की दिशा तक बदल सकता है।

पार्थीव का प्रस्तावित XI

  • अभिषेक शर्मा (ओपनर)
  • शुभमन गिल (ओपनर)
  • तिलक वर्मा (नंबर 3)
  • सूर्यकुमार यादव (कप्तान, नंबर 4)
  • संजू सैमसन (विकेटकीपर-बल्लेबाज, नंबर 5)
  • अक्षर पटेल (एकमात्र स्पिनर)
  • जसप्रीत बुमराह
  • वरुण चक्रवर्ती
  • अर्शदीप सिंह
  • शिवम दूबे
  • नीतिश कुमार रेड्डी
क्या बाकी बातें भी सच होंगी?

क्या बाकी बातें भी सच होंगी?

क्रिकेट टाइम्स के अनुसार, पहले मैच में भारत टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करेगा। पावरप्ले में 55-65 रन और कुल स्कोर 190-210 की उम्मीद है। ये आंकड़े ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर रन बनाने के लिए वास्तविक लगते हैं — जहां गेंद ज्यादा रेस्ट करती है और बल्लेबाजों को धीरे-धीरे अपना गेम बनाना पड़ता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

सूर्यकुमार यादव का फॉर्म क्यों इतना महत्वपूर्ण है?

सूर्यकुमार यादव भारत के टी20 टीम के सबसे खतरनाक बल्लेबाज हैं — वे दूसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं और अक्सर टीम को बचाते हैं। अगर वे फॉर्म में नहीं हैं, तो टॉप ऑर्डर का दबाव बढ़ जाता है। आईपीएल में उनका औसत 65 है, लेकिन भारत के लिए इस साल वो सिर्फ 32 के आसपास है। एक बार जब वे रन बनाएंगे, तो टीम का आत्मविश्वास दोगुना हो जाएगा।

कुलदीप यादव को क्यों बाहर रखा गया?

पार्थीव पटेल के अनुसार, भारत के पास अब ऐसे गेंदबाज हैं जो ऑर्डर में ऊपर-नीचे आ सकते हैं। अक्षर पटेल, संजू सैमसन और शिवम दूबे जैसे खिलाड़ी अपने बल्ले से भी गेंदबाजी के बाद टीम को बचा सकते हैं। कुलदीप की गेंदबाजी ऑस्ट्रेलिया की तेज़ पिचों पर कम प्रभावी हो सकती है, और टीम को लचीलापन चाहिए।

भारत ऑस्ट्रेलिया में क्यों इतनी बार हार रहा है?

ऑस्ट्रेलिया की पिचें तेज़ और ऊंची छलांग वाली होती हैं, जहां गेंद जल्दी रेस्ट करती है। भारतीय बल्लेबाज अक्सर इस तरह की पिचों पर धीमी शुरुआत करते हैं। पिछले दो साल में टेस्ट और वनडे दोनों में भारत हारा है। टी20 में तेज़ स्कोर बनाने का तरीका अलग है — अगर टॉप ऑर्डर जल्दी रन बना दे, तो ये हार का दौर तोड़ सकता है।

क्या ये सीरीज विश्व कप के लिए वास्तविक टेस्ट होगी?

बिल्कुल। ऑस्ट्रेलिया टी20 विश्व कप 2026 का आयोजक है, और यहां की पिचें, मौसम और दबाव विश्व कप के जैसे ही होंगे। अगर भारत यहां 4-1 से जीत दर्ज कर देता है, तो ये न सिर्फ आत्मविश्वास का बड़ा बूस्ट होगा, बल्कि टीम की लचीलापन और गेम-प्लानिंग की ताकत का भी सबूत होगा।

पार्थीव पटेल के चयन में क्या खास बात है?

पार्थीव ने सिर्फ रन बनाने वाले खिलाड़ियों को नहीं, बल्कि लचीले खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी है। शिवम दूबे जैसे खिलाड़ी जो गेंदबाजी के बाद भी बल्लेबाजी कर सकते हैं, या अक्षर पटेल जो दोनों भूमिकाएं निभा सकते हैं — ये आधुनिक टी20 की जरूरत है। ये चयन भारत के नए युग को दर्शाता है।

क्या भारत वास्तव में 4-1 से जीत सकता है?

ये चुनौतीपूर्ण है, लेकिन संभव है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 में भारत की जीत का रिकॉर्ड कमजोर है, लेकिन अब टीम में बहुत गहराई है। अगर शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा शुरुआत में रन बना दें, और सूर्यकुमार अपना आईपीएल फॉर्म वापस ला लें, तो ये सीरीज भारत के नाम हो सकती है। बस एक बार फिर — टॉप ऑर्डर को जल्दी फायर होना होगा।

हमारे बारे में प्रदीप बालकृष्णन

नमस्कार, मेरा नाम प्रदीप बालकृष्णन है। मैं सरकार, स्वास्थ्य सेवा, मीडिया, समाचार, खेल आदि के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखता हूं। मैं स्वास्थ्य सेवा, मीडिया और भारतीय समाचार के बारे में लेखन करना पसंद करता हूं। मेरा लक्ष्य जनता को सटीक और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करना है। मैं निरन्तर नई जानकारी और विचारों की खोज करता हूं।

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