CORONA को काबू करने के लिए सुप्रीम कोर्ट भी lockdown के पक्ष में, केंद्र और राज्यों से विचार करने को कहा
पूरे देश में कोरोनावायरस से बिगड़ते हालात को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश में lockdown लगाने की बात कही है, सुप्रीम कोर्ट ने कहा देश में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार विचार कर सकती है, जानकारी के लिए बता दें कि कई राज्यों में कोरोनावायरस के कारण कर्फ्यू लगा हुआ है फिर भी संक्रमण रुकने का नाम ही नहीं ले रही है।
सुपर स्प्रेडर इवेंट्स पर लगे रोक
सुप्रीम कोर्ट ने रविवार को सुनवाई करते हुए कहा कि हम केंद्र और राज्य सरकारों से सामूहिक समारोहों और सुपर सप्रीडर कार्यक्रमों पर रोक लगाने पर विचार करने का आग्रह करेंगे, देश के सबसे शीर्ष अदालत ने सरकार से कहा है की कोरोनावायरस के कारण लोगो के हित के लिए ” lockdown लगाने पर विचार करें।
गरीबों का रखा जाना चाहिए ख्याल
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि lockdown के दौरान कमजोर वर्ग के लोगों की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था करनी चाहिए, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वे lockdown के सामाजिक एवं आर्थिक प्रभाव से परिचित हैं, खासतौर पर गरीबों पर इसका असर ज्यादा पड़ता है, इसलिए अगर lockdown लगाने की जरूरत है तो सरकार को लोगों की जरूरतों को पूरा करने की व्यवस्था पहले करनी चाहिए। Maa Shayari 2021 के लिए visit करे
Expert भी lockdown चाहते हैं
देश में इस बार पिछले साल के मुकाबले हालात ज्यादा खतरनाक हैं, कोरोनावायरस के पहले लहर के समय भी lockdown लगाया गया था, पर अब जब कोरोनावायरस की दूसरी लहर के कारण हालात और भी बिगड़ती जा रही है तब कोई भी lockdown के बारे में विचार तक नहीं कर रहा है, हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा था कि lockdown सबसे आखिरी विकल्प होना चाहिए, जबकि एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि कोरोनावायरस के चैन को तोड़ने के लिए lockdown लगाना बहुत जरूरी है।
Dr. Guleria ने दिया यह सुझाव
अभी अभी बेकाबू कोरोनावायरस पर काबू पाने के लिए aiims के डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी सख्त lockdown लगाने की बात की, dr. गुलेरिया ने कहा कि कोरोनावायरस की दूसरी लहर को काबू करने के लिए सख्त lockdown लगाने की जरूरत है, जैसा कि पिछले वर्ष लगाया गया था, जहा जहां संक्रमण दर 10% से अधिक है वहां पर पिछले वर्ष की भांति lockdown लगाना चाहिए।